अ-से-अक्षर-अभियान
पहल का उद्देश्य: –
“अ-से-अक्षर-अभियान” एक पहेल जो उस समुदाय तक पहुंचने के लिए शुरू किया गया है जो 18 वर्ष से अधिक उम्र के हैं और औपचारिक शिक्षा के अवसर से चूक गए हैं। यह अभियान समुदाय में सीखने का माहौल विकसित करेगा ताकि वे अपने अधिकार और अधिकारों को जानने और अपने दैनिक जीवन में मूल्य जोड़ने वाली सामाजिक जागरूकता में बेहतर पहुंच प्राप्त कर सकें।
पहल की आवश्यकता क्यों: –
झाबुआ एक न्यून साक्षरता सूचकांक वाला जिला है, यहा भौगोलिक स्थिति में कम वर्षा, खराब मिट्टी के होने के कारण आजीविका के अवसरों की तलाश में अधिक प्रवासन होता है, इस प्रकार इस क्षेत्र में साक्षरता रैंकिंग, लिंग असमानता का अभाव है। यही कारणों के वजह से यहा लोग जल्दी धोखाधड़ी का शिकार होते है।
रणनीति और योजना: –
चरण I: जिला कलेक्टर श्री सोमेश मिश्रा की अध्यक्षता में सी.एस.ओ/एन.जि.ओ (टीआरआईएफ-ट्रांसफॉर्मिंग रूरल इंडिया फाउंडेशन, एजुकेट-गर्ल्स, समवेश, प्रभुदास सिस्टर्स एंड यूनिसेफ), शिक्षा विभाग और आदिवासी विभाग को ऑनबोर्डिंग कर जिला स्तरीय समिति का गठन किया गया। साथ ही प्रायोगिक क्षेत्र चयन, सर्वेक्षण प्रारूप, शिक्षण सामग्री, मॉड्यूल, मोबिलाइजेशन गतिविधियों को विकसित और अंतिम रूप दिया गया, 8 सितंबर से एसएचजी चेंज वैक्टर और युवा स्वयंसेवकों द्वारा समर्थित शिक्षकों के साथ चैन किये गए शिक्षण केंद्रों में कक्षाएं शुरू हुईं।
चरण II : जिले में निजी संस्थान एवं सामाजिक परिवर्तकों की ऑनबोर्डिंग की गई और पूरे जिले में अभियान शुरू किया गया।
परिणाम: –
|
सर्वेक्षण की गई जनसंख्या |
शिक्षण केंद्रों में कक्षाओं में उपस्थित |
परीक्षा के लिए उपस्थित हुई |
||||||
|
महिला |
पुरुष |
योग |
महिला |
पुरुष |
योग |
महिला |
पुरुष |
योग |
चरण I |
14854 |
12353 |
27207 |
11240 |
10005 |
21245 |
9694 |
7727 |
17421 |
चरण II |
59164 |
48212 |
107376 |
47208 |
41512 |
88720 |
39624 |
32890 |
72514 |