एक जिला एक उत्पाद
एक जिला एक उत्पाद
आत्मनिर्भर भारत के तहत एक जिला एक उत्पाद योजना शुरू की गई है। झाबुआ जिले से कड़कनाथ मुर्गे को ओडीओपी के रूप में चुना गया है। चूंकि कड़कनाथ को जीआई टैग प्राप्त है एवं और उच्च गुडवत्ता उत्पाद है। कड़कनाथ नस्ल के मांस को भौगोलिक संकेत (जीआई टैग) टैग मिला है जिसे 30 जुलाई 2018 को भारत सरकार द्वारा अनुमोदित किया गया था।कड़कनाथ, जिसे “कालामासी” भी कहा जाता है, मुर्गे की एक भारतीय नस्ल है। इनकी उत्पत्ति मध्य प्रदेश के झाबुआ और अलीराजपुर जिले से हुई है। ये पक्षी ज्यादातर ग्रामीण और आदिवासी लोगों द्वारा पाले जाते हैं। कड़कनाथ की तीन प्रजातियाँ हैं: जेट ब्लैक, गोल्डन और पेंसिल्ड।
मार्गदर्शक
- सुश्री नेहा मीना, कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी, जिला झाबुआ
- डॉ आर के महिया, संचालक, पशुपालन एवं डेयरी मध्य प्रदेश शासन भोपाल
- डॉ बी मघनानी, अतरिक्त उप संचालक एवं राज्य नोडल अधिकारी ओडीओपी
जिला स्तरीय नोडल अधिकारी –
- डॉ. विलसन डावर, उप संचालक, पशुपालन एवं डेयरी विभाग जिला झाबुआ, ई-मेल ID – ddvs.ahjha@mp.gov.in, मोबाईल नंबर – 7089644100
कड़कनाथ एवं अन्य मुर्गे की तुलनात्मक गुडवत्ता(pdf)
महत्वपूर्ण लिंक्स – https://jhabuakadaknath.co.in/