राजवाड़ा झाबुआ
झाबुआ शहर ,यहाँ के राजा झब्बू नायक के नाम से प्रेरित है झाबुआ शहर पर सेकड़ो वर्ष पूर्व झब्बू राजा की हुकूमत थी , तथा यहाँ जोधा राठौर राजवंश के महाराजा द्वारा आक्रमण कर झब्बू राजा को परास्त किया गया तत्पश्चात झाबुआ शहर में राजवंशी राज ,एवं जोधा राठौर राजवंश के महाराजओं की हुकूमत हुई जोधा राठौर राजवंश के संस्थापक राव जोधा जी है जिनके ही नाम से राठौर रघुवंशी समाज को जोधा राठौर रघुवंशियो के रूप में जाना गया झाबुआ शहर पर जोधा राठौर राजवंशी की हुकूमत ई पु 1584 से शुरू हुई .झाबुआ शहर के प्रथम महाराज व जोधा राजवंश के प्रथम रघुवंशी महाराजा केशवदास जी थे जिन्होंने ई पु 1584 से 1607 तक साम्राज्य संभाला . इस प्रकार समय के साथ झाबुआ शहर पर जोधा राठौर राजवंश की राज गद्दी पर राजवंश के विभिन्न महाराजा आसीन हुए व झाबुआ शहर की बागडोर सभाली झाबुआ शहर के 20 वे महाराजा अजीत सिंह जी वर्ष 1965 से 2002 तक राजगद्दी पर आसीत रहे व वर्ष 2002 में उनके देहावसन पश्चात् झाबुआ शहर के 21 वे महाराजा के रूप में नरेन्द्र सिंह जी का राजतिलक व राज्याभिषेक किया गया. राजतिलक राजवंशी राजपुरोहित श्री हरिओम सिंह जी राजपुरोहित द्वारा आपने रक्त से किया गया तत्पश्चात महाराजा नरेन्द्र सिंह जी को राजगद्दी पर आसीन किया गया |
कैसे पहुंचें:
बाय एयर
निकटतम हवाई अड्डा 149 किलोमीटर दूर इंदौर में है। और दूसरा झाबुआ से 193.3 कि.मी. दूर बडोदरा में है
ट्रेन द्वारा
निकटतम रेलवे स्टेशन मेघनगर है जो झाबुआ से 16 कि.मी. दूर स्थित है
सड़क के द्वारा
अहमदाबाद-इंदौर स्टेट हाईवे नंबर -2 से 3 किमी शहर के मध्य में स्थित है।