एक और कोशिश : शहर की यातायात व्यवस्था को बेहतर करने के लिए प्रशासन की सख्ती

नगर पालिका ने अतिक्रमण हटाने के लिए शहर में 325 नोटिस जारी किए हैं। संभवत: नई परिषद बनने के बाद पहली बार अतिक्रामणकर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। गुरुवार को शहर में मुनादी भी कराई गई। नोटिस बुधवार को ही पहुंच गए थे। तीन दिन पहले से शहर की सड़कों के दोनों ओर सफेद रंग की लकीरें खींचना शुरू किया गया। लोगों से कहा गया है कि वो अपना सामान और निर्माण इसके अंदर रखे। ऐसा नहीं करने वालों पर कार्रवाई होगी। इसके अलावा तीन जगहों पर पार्किंग के लिए स्थान भी चिह्नित किए गए हैं। वैसे ये वही जगहें हैं, जहां पूर्व में भी पार्किंग बनाने की योजना थी लेकिन सफल नहीं हो पाई। शहर की यातायात व्यवस्था को लेकर भी यातायात विभाग से समन्वय के लिए काम हो रहा है।
शहर में विजय स्तंभ से लेकर बस स्टैंड, थांदला गेट, राजवाड़ा सहित बाजार के मुख्य स्थानों पर ये लकीरें खींची गई है। मुख्य नगर पालिका अधिकारी एलएस डोडिया ने बताया, यातायात व्यवस्था को लेकर खासतौर पर काम किया जा रहा है। अस्थायी अतिक्रमणवालों को नोटिस दिए गए हैं। शहर में दो से तीन जगह वन-वे बनाने और पार्किंग के तीन स्थान पुराना विधायक निवास बस स्टैंड, पुराने डॉक्टर्स क्वार्टर बस स्टैंड और दिलीप क्लब परिसर देखे गए हैं। कार्रवाई जल्दी ही शुरू की जाएगी।
धरी रह गई दिलीप क्लब की योजना : दिलीप क्लब परिसर में अब पार्किंग की व्यवस्था की जा रही है। यानि साफ है, दो साल पहले इसके पुनरउद्धार के लिए जो योजना बनाई गई थी, वो अब ठंडे बस्ते में है। यहां जनजातीय संग्रहालय बनाया गया था, जो 2018 के जून में उद्घाटन के बाद से कभी नहीं खुला। न पुरातत्व महत्व की तहसील परिसर में धूल खा रही तोप वहां गई। यहां फुड जोन और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए जगह देने का काम भी नहीं हुआ। भवन पर ताला ही लगा रहता है।
325 अतिक्रमणकर्ताओं का थमाया नोटिस, शहर में खींची सफेद लकीरें
कई जगह स्पीड ब्रेकर से छूटने लगा सफेद पट्टी का रंग
शहर में सड़कों की हद तय करने के लिए सफेद पटि्टयों के साथ ही कई जगह सड़कों के बीच की पटि्टयां, स्पीड ब्रेकरों पर पटि्टयां पोती जा रही हैं लेकिन तय मापदंडों को पूरा नहीं किया जा रहा। इसकी वजह से दो दिनों में ही सड़कों से ये सफेद रंग छूटने लगा है। मापदंड ये हैं कि इन सफेद पटि्टयों को बनाने में थर्मोप्लास्टिक कम्पाउंड का इस्तेमाल किया जाना चाहिए। वो भी रिफ्लेक्टोराइजिंग ग्लास बीड्स के साथ। प्लास्टिक कम्पाउंड वाला रंग मजबूती से चिपका रहता है और ग्लास बीड्स के कारण ये रात में भी चमकता है। इसकी मोटाई ढाई मिलीमीटर होना चाहिए। सीएमओ का कहना है, मापदंड देखकर उस हिसाब से ही काम कराएंगे।